कविता
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Corona Bejod Filmi Vlibes (हिन्दी में) / . Corona Bejod Humou(चुटकुले हिन्दी में)
Corona Bejod Filmi Vlibes (हिन्दी में) / . Corona Bejod Humou(चुटकुले हिन्दी में)
विस्मित, चिंतित, आतंकित
हमारे अंतरतम का गान ।
एकाकी गलियां और जनपथ
अंदर से ताले लगे मकान।
हुआ क्या ऐसा इस धरती पर
बिन अनुमान, बिन संज्ञान ?
सामाजिकता कंप्यूटर तक
व्हाट्स-ऐप्प तक अनुसंधान ।
राजनीति की ज्वाला भड़की
जलता घर पर है इंसान ।
धर्म- पंथ के ईंधन पर अब
पके न नफरत के पकवान ।
दिहाड़ी मजदूरों को भी
आत्मीयता से मिले सामान ।
भारतीयता रहे यह स्मित
बनें रहे हम सब इंसान ।
प्रलय का अंत हमारे हाथों
होगा ही निश्चित श्रीमान ।
एकमात्र संकल्प है साधन
थोड़ी भक्ति, थोड़ा ज्ञान ।
......
......
कवि - डॉ. प्रशान्त दास
पता -लौजान (स्विट्ज़रलैंड)
कवि का ईमेल - prashant.pkd@gmail.com
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल - editorbejodindia@gmail.com
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